About Shodashi
Wiki Article
The Matrikas, or perhaps the letters of your Sanskrit alphabet, are viewed as the subtle form of the Goddess, with Each and every letter Keeping divine energy. When chanted, these letters Merge to variety the Mantra, making a spiritual resonance that aligns the devotee Together with the cosmic Power of Tripura Sundari.
वास्तव में यह साधना जीवन की एक ऐसी अनोखी साधना है, जिसे व्यक्ति को निरन्तर, बार-बार सम्पन्न करना चाहिए और इसको सम्पन्न करने के लिए वैसे तो किसी विशेष मुहूर्त की आवश्यकता नहीं है फिर भी पांच दिवस इस साधना के लिए विशेष बताये गये हैं—
काञ्चीवासमनोरम्यां काञ्चीदामविभूषिताम् ।
दक्षाभिर्वशिनी-मुखाभिरभितो वाग्-देवताभिर्युताम् ।
षोडशी महाविद्या : पढ़िये त्रिपुरसुंदरी स्तोत्र संस्कृत में – shodashi stotram
ॐ ह्रीं श्रीं क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं सौः
हस्ताग्रैः शङ्खचक्राद्यखिलजनपरित्राणदक्षायुधानां
देवस्नपन दक्षिण वेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
The iconography serves as being a focal point for meditation and worship, making it possible for devotees to connect Together with the divine Strength of the Goddess.
श्रींमन्त्रार्थस्वरूपा श्रितजनदुरितध्वान्तहन्त्री शरण्या
On the fifth auspicious day of Navaratri, the Lalita Panchami is celebrated because the legends say this was the day when the Goddess emerged from fireplace to get rid of the demon Bhandasura.
कामाक्षीं कामितानां वितरणचतुरां चेतसा भावयामि ॥७॥
॥ ॐ क ए ई ल ह्रीं ह स क ह ल ह्रीं स क ल ह्रीं श्रीं ॥
मन्त्रिण्या मेचकाङ्ग्या more info कुचभरनतया कोलमुख्या च सार्धं